तीखा चरपरा का अर्थ
[ tikhaa cherperaa ]
तीखा चरपरा उदाहरण वाक्य
परिभाषा
विशेषणउदाहरण वाक्य
- यह पुदीना बहुत खुशबूदार व स्वाद में उतना तीखा चरपरा नहीं था जैसा हम भारत में पाते हैं .
- घेर लेता है अजब नैराश्य अपने ही हथेली पर अपनी ही ठोड़ी टेक सोचती हूँ त्वचा के बारे में जिसका तीखा चरपरा सुनहरा स्वाद रह गया है या द .
- भटवांस भारी , रुखा, मीठा, तीखा, चरपरा, उष्णवीर्य, कड़वा, खाने में खट्टा, दस्त लाने वाला, स्तनों में दूध की वृद्धि, पित्त और खून बढ़ाने वाला, टट्टी-पेशाब को रोकने वाला, कफ विकार, सूजन, जहर को……. ….
- आज मुद्द्त बीते रसोई में बेंत के डलिये में रखा ट्माटर , मिर्च दquot;र धनिया मुझे ले जाता है उसी सुबह की दquot;र मैं सोचती हूँ क्या आज भी तुम चटनी खाकर कहोगे हमारा प्यार ऐसा ही तीखा, चरपरा, चटक ........? शायद तुम आज भी मेरे मन के इस मौन आग्रह को पहचान लोगे......!!!